जो मेरा कद नापेगा Acharya Sarathi
जो मेरा कद नापेगा
दुनिया की हद नापेगा
शायद वो हद नाप सके
कैसे अनहद नापेगा
वो अब मेरे खातिर ही
खुद को शायद नापेगा
उसको हद में रहना है
वो अपनी हद नापेगा
वो जो बेहद प्यारा है
तुझको बेहद नापेगा
ये बेचैन परिंदा है
सारे गुम्बद नापेगा !
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